
अन्नू कपूर, बॉलीवुड के इतिहास में एक बहुत ही प्रमुख अभिनेता हैं। उनकी अदाकारी की शुरुआत उनकी फ़िल्म ‘मंडी’ से हुई, जो 1983 में रिलीज़ हुई थी। वे बॉलीवुड में कई बेहतरीन फ़िल्मों में नजर आ चुके हैं, लेकिन उनकी पहचान फ़िल्म ‘उत्सव’ से हुई। यह फ़िल्म अनोखी कहानी और उद्योग की सामाजिक परियोजना के लिए जानी जाती है।
अन्नू कपूर ने अपने करियर के दौरान सैकड़ों फ़िल्मों में काम किया है और अपने अभिनय से लोगों को प्रभावित किया है। वह न केवल फ़िल्मों में शानदार अदाकारी करते रहे हैं, बल्कि उन्होंने अपने कैरियर में कई टेलीविजन शोज़ में भी काम किया है। इसके अलावा, उन्हें दो राष्ट्रीय पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है, जो उनकी अदाकारी की प्रतिष्ठा को दर्शाते हैं।
हालांकि, सन् 2011 में अन्नू कपूर ने अपनी एक टिप्पणी के कारण सुर्खियों में चर्चा में आने का सामना किया। वे अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा पर अनोखे और अजीब टिप्पणियाँ करने के लिए जाने जाते हैं, जिससे प्रियंका परेशान हो गई थी। इस लेख में हम उनकी उसी टिप्पणी पर चर्चा करेंगे।

अन्नू कपूर का परिवार उस समय अपने संघर्ष के दौर से गुज़र रहा था। उनके पिता, मदन लाल, एक थिएटर कंपनी चलाते थे और उनकी मां टीचर थीं। इस मुश्किल दौर में भी, अन्नू कपूर ने टीवी शो “अंताक्षरी” में अपनी उम्दा प्रस्तुति के लिए जाना जाता है, जो अब तक उनके यादगार शो में से एक रहा है। इसके अलावा, उन्हें हिंदू धर्मग्रंथों का भी गहन ज्ञान है।
प्रियंका चोपड़ा और अन्नू कपूर ने साथ में कई फ़िल्मों में काम किया है। सबसे पहले, वे अक्षय कुमार की फ़िल्म “ऐतराज़” में एक साथ नजर आए थे, जो 2004 में रिलीज़ हुई थी। इसके बाद, वे दोनों मिलकर विशाल भारद्वाज की फ़िल्म “सात खून माफ़” में दिखाई दिए थे। इस फ़िल्म की कहानी का हिस्सा भी इसी मूवी में था।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने रस्किन बॉन्ड की किताब सुज़ाना के “सेवन हस्बैंड्स” पर आधारित फ़िल्म में भी काम किया था। इस फ़िल्म में इरफान खान, नसीरुद्दीन शाह, जॉन अब्राहम, नील नितिन मुकेश और रूसी अभिनेता अलेक्जेंडर डायचेंको भी मौजूद थे। प्रियंका के पति का किरदार इस फ़िल्म में था, और इसी किरदार में अन्नू कपूर भी उनके साथ नजर आए। फ़िल्म के प्रमोशन के दौरान 2011 में प्रियंका और कपूर की ज़ुबानी जंग ने इंडस्ट्री को हिला कर रख दिया था।

इस विवादित मुद्दे की शुरुआत इस दावे से हुई है कि अन्नू कपूर ने बताया कि प्रियंका ने उनके साथ एक इंटीमेट सीन करने से इनकार कर दिया था। अन्नू ने कहा कि प्रियंका एक अच्छी अभिनेत्री होने के बावजूद व्यक्तिगत दिखने में मुनाफे की सोच रखती हैं। उनके अनुसार, एक अभिनेत्री के लिए अपने चरित्र को खतरे में डालना कोई बड़ी बात नहीं है।
प्रियंका ने इसके जवाब में कहा, “अगर वह इंटीमेट सीन करना चाहते हैं और इस तरह की घटिया टिप्पणियां करना चाहते हैं, तो वह ऐसे सीन्स वाली फ़िल्में करनी चाहिए। ऐसे दृश्य कभी हमारी फ़िल्म का हिस्सा नहीं थे।”
इस साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि प्रियंका अच्छे दिखने वाली नहीं हैं और न ही वह हीरो हैं। अन्नू ने यह बताते हुए कहा कि अगर प्रियंका ही हीरो होती, तो शायद उन्होंने उसके साथ इंटीमेट सीन किए होते। उन्हें लगता है कि उसके अनुसार, अगर किसी की प्रतिभा खिड़की से बाहर जाती है, तो उस व्यक्ति को सिर्फ अच्छा दिखने की ज़रूरत होती है।
इस बातचीत के बाद अन्नू कपूर ने यह दावा किया कि उन्होंने प्रियंका के खिलाफ कभी भी टिप्पणी नहीं की है। वह इस संबंध में कहते हैं कि जब उन्हें उनके सह-कलाकार के भूमिका के बारे में पूछा गया, तो वह कहा कि लोग उनकी प्रदर्शन को योग्यता के आधार पर आंकेंगे, न कि प्रियंका चोपड़ा के पति की भूमिका के आधार पर।

इस बातचीत के बाद अन्नू कपूर ने यह दावा किया कि उन्होंने प्रियंका के खिलाफ कभी भी टिप्पणी नहीं की है। वह इस संबंध में कहते हैं कि जब उन्हें उनके सह-कलाकार के भूमिका के बारे में पूछा गया, तो वह कहा कि लोग उनकी प्रदर्शन को योग्यता के आधार पर आंकेंगे, न कि प्रियंका चोपड़ा के पति की भूमिका के आधार पर।
उन्होंने प्रियंका को इसे गंभीरता से न लेने की सलाह दी। अन्नू कपूर ने कहा, “बेटा, यह सब बहुत गंभीरता से न लें। तनाव न लें। आप एक अद्भुत अभिनेत्री हैं। भगवान आपका भला करे।” इस वाद-विवाद से स्पष्ट होता है कि अन्नू कपूर और प्रियंका चोपड़ा के बीच में कुछ अंतर है, जो कि उन्हें एक-दूसरे की दृष्टि से अलग कर देता है। यह घटना भारतीय सिनेमा जगत में खूब चर्चा का विषय बन गई है और इसे लेकर लोगों के बीच विभिन्न प्रकार के मतभेद हो रहे हैं।
