
यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध लगातार जारी है। महज शब्दों से शुरू हुआ यह युद्ध दिन पर दिन विकराल रूप लेता जा रहा है। इसमें सैकड़ों सैनिकों की आहुति दी जा रही है।
इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित यूक्रेन की आम नागरिक हो रहे हैं। हमले के बाद से ही आम लोगों में इसका डर साफ देखा जा सकता है। हाल में ही रूस द्वारा दागी गई मिसाइलों ने अस्पतालों, घरों और सरकारी ऑफिस को निशाना बनाया है। इसमें आम जनता को भारी नुकसान सहना पड़ रहा है।
यूक्रेन और रूस के बीच वैयक्तिक और राष्ट्रिय सुरक्षा के मामलों में तनाव बढ़ रहा है। रूसी सेना द्वारा किए गए अत्याचार और हमलों से यूक्रेनी जनता बहुत पीड़ित हो रही है। रूस के हमले ने आम नागरिकों के जीवन को बदलकर रख दिया है। घरों, अस्पतालों और सरकारी ऑफिसों को हमलों का शिकार होने से लोगों को भयभीत महसूस हो रहा है।
मारियुपोल मैटरनिटी हॉस्पिटल बना निशाना
मारियुपोल शहर में हुए इस हमले ने यूक्रेनी आम नागरिकों को आतंक में डाल दिया है। यह मैटरनिटी अस्पताल नशा करने वाले हमलों के लिए एक आदर्श स्थान था जहां माताएं और नवजात शिशुओं की देखभाल की जाती थी। इस हमले ने उन्हें भी अपनी आस्था खो दी है और उन्हें खुद को सुरक्षित महसूस करने के लिए जिद्दी होना पड़ रहा है।
यह हमला यूक्रेन में रूस की सेना द्वारा किया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि रूस यूक्रेन के सिर पर तलवार ले कर खड़ी है। इसमें यूक्रेनी आम नागरिकों के साथ-साथ उनकी सरकार और सरकारी संस्थानों को भी घायल करने की भारी आपत्ति है। इस युद्ध के दौरान, यूक्रेन के कई शहरों को बमबारी का शिकार बनाया गया है, जिससे लोगों के जीवन और संपत्ति को बड़ा नुकसान पहुंचा है।
रूस की सेना द्वारा किए गए यह हमले उत्पन्न भय और निराशा के साथ-साथ विश्व समुदाय के बीच भी खलबली मचा रहे हैं। विभिन्न देशों ने इस हिंसा की निंदा की है और रूस को इसके लिए जवाबदेह ठहराया है। इसके अलावा, यूक्रेन की आपातकालीन दशा को लेकर भी चिंता जाहिर की जा रही है, क्योंकि लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा और सुरक्षा के मामले में संतुष्ट नहीं किया जा रहा है।





बुचा नरसंहार
कीव उपनगर बुचा में 300 से अधिक शव मिले हैं। इसमें से कुछ के हाथ बंधे हुए हैं, मांस जल गया है और सिर के पिछले हिस्से में गोली मारी गई है। यह घटना यूक्रेन और रूस के बीच तनाव के समय हुई है और इससे द्विपक्षीय विवादों की घोषणा हुई है। यह रूसी सेना द्वारा किये गए सबसे बड़े अपराधों में से एक माना जाता है।
27 फरवरी 2022 को, रूसी अग्रिम बल बुका शहर में चले गए, जिससे यह रूसी सेना द्वारा कब्जा किए गए कीव के पहले बाहरी क्षेत्रों में से एक बन गया। मेयर अनातोली फेडोरुक ने बताया कि बुका की सड़कें लाशों से भरी पड़ी हैं और 280 शवों को एकत्र किया गया है, जिन्हें सामूहिक कब्रों में दफनाया गया है। कुल मिलाकर बुका में लगभग 320 शव पाए गए हैं, जिनमें से लगभग आधे शवों की पहचान की गई है। उन्होंने कहा, “ये हमारे शहर के नागरिक हैं जिन्हें रूसियों द्वारा क्रूरतापूर्वक मार दिया गया था, क्रूरतापूर्वक प्रताड़ित किया गया था। इस घटना ने विश्वभर के देशों की ओर से निंदा की गई है और यह घटना यूनाइटेड नेशन के माध्यम से भी उच्चारित की गई है।
यूक्रेन और रूस के बीच तनाव और संघर्ष लंबे समय से चल रहे हैं। इससे पहले भी रूस ने यूक्रेन के अन्य क्षेत्रों में हमले किए हैं, लेकिन बुचा में हुए इस हमले ने समग्रता में और प्रतिक्रिया में एक नया स्तर स्थापित किया है। इसके पश्चात्, यूक्रेन ने अपने संघटक देशों से मदद मांगी है और रूसी हमलों का निंदा किया है।
यह घटना न केवल यूक्रेन के नागरिकों के जीवनों को नष्ट किया है, बल्कि इसने यूक्रेनी समुदाय को भी आतंकित कर दिया है। लोग भयभीत और निराश हो गए हैं, और इस घटना ने यूक्रेन और रूस के बीच संबंधों को और बिगड़ा दिया है। अब दोनों देशों को संवाद में रहकर इस मसले का समाधान ढूंढना होगा ताकि इस तनावपूर्ण स्थिति को सुलझाया जा सके और क्षेत्र में शांति और स्थिरता स्थापित की जा सके।






बोरोड्यांका में हुई हत्याएं
रूसी सेना द्वारा किए गए हमलों के चलते यूक्रेन के एक शहर, बोरोड्यांका, एक खतरनाक और खातरनाक स्थिति में पड़ गया है। इस छोटे से शहर में एक अप्रत्याशित और भयानक गोलाबारी का इंतजार करना पड़ा है। हमले के दौरान कहीं बहुत सारे नागरिकों को मौत का सामना करना पड़ा है। स्थानीय पुलिस और प्रशासन अभी भी खींचतान कर रहे हैं ताकि उन्हें अपार्टमेंट इमारतों से निकाला जा सके, क्योंकि कई लोग अभी भी इन इमारतों के नीचे दबे हुए हैं।
बताया जा रहा है कि इस घटना के कारण बोरोड्यांका शहर में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने बताया है कि रूसी हमलों के कारण इन आवासीय अपार्टमेंट इमारतों के मलबे में सैकड़ों लोगों को दबा दिया जा सकता है। अभी तक करीब 200 लोग लापता हैं और उन्हें खोजने की कोशिशें जारी हैं। बमबारी के दौरान, ये अपार्टमेंट ब्लॉक एक साथ गिरने के कारण जमीन पर गिर गए हैं। यह सब होने के कारण मौतों की संख्या भी और बढ़ सकती है।
इस भयानक हमले के पीछे यह प्रश्न उठता है कि रूसी सेना ने ऐसा क्यों किया। यह घटना यूक्रेन और रूस के बीच संबंधों को और तनावपूर्ण बना देगी। इसके परिणामस्वरूप, दोनों देशों में जनसंख्या के बीच बढ़ते हुए टकराव के आसपास आधिकारिक वाद-विवाद और अभियान देखने की संभावना है।



महिलाओं का किया गया शोषण
यूक्रेन के लिए एक अभिशाप की घटना हो चुकी है, जहां रूसी सेना द्वारा किए गए सबसे बड़े अपराधों का आरोप लगाया गया है। इन हमलों के दौरान, बड़ी संख्या में छोटी बच्चियों और महिलाओं के साथ जबरदस्ती यौन संबंध बनाने और रेप करने का आरोप लगाया गया है। यह घिनौना घटनाक्रम यूक्रेन की स्वतंत्रता और मानवाधिकारों को उजागर करने का संकेत है।
यह बड़ी घटना देश को आपत्ति में डाल चुकी है और यूक्रेन के राष्ट्रपति ने इसे घिनौना कृत्य कहकर आपत्ति जताई है। यूक्रेनी जनता भी इस अपराध के लिए रोषित हो रही है और न्याय की मांग कर रही है। इसके परिणामस्वरूप, यूक्रेन और रूस के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं और दोनों देशों के बीच विश्वसनीयता का सवाल उठ गया है।
यह अपराध सेना द्वारा किए गए दूसरे अपराधों की एक बड़ी सूची में शामिल होता है। यूक्रेनी सुरक्षा एजेंसी ने अपनी जांच के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा और आपत्ति विभाग के साथ मिलकर इस मामले की गंभीरता को मान्यता दी है। वे यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं कि इस तरह की घटनाएं फिर से न हों और जिम्मेदार लोगों को सजा मिले।
